अमृतसर- जंडयाला गुरु स्थित वीरूमल मुलखराज जैन राइस मिल का मालिक गुलशन जैन बैंकों और अन्य लोगों से करोड़ों रुपय का गबन करने के बाद अपने परिवार समेत रफू चक्कर हो गया है.इस मामले में पुलिस ने शैलर मालिक उसके दो बेटों और बहुओं के खिलाफ भी केस दर्ज कर दिया है.
कुछ दिन पहले यह मामला सामने आया था के शैलर मालिक गुलशन जैन ने सरकारी अनाज के कई ट्रक गायब कर दिए हैं और इस पुरे कारनामे में सरकारी अधिकारीयों की भी शमूलियत थी. जब गुलशन जैन अपने परिवार के साथ गायब हुआ तो मामला मिडिया में आने के बाद सरकारी विभागिन और बैंक अधिकारीयों ने वहां पहुँच कर जांच शुरू की. पंजाब नैशनल बैंक के अधिकारी ने बताया की गुलशन जैन उनके बैंक का करोड़ों का देनदार था लेकिन वह अब यहाँ से भाग गया है. हम लोग यहाँ पर आ कर जांच कर रहे हैं के आखिर उस द्वारा दिए जाने वाले भुगतान की भरपाई कैसे की जाए.
वहीं दूसरी तरफ जंडियाला पुलिस ने इसमें सिविल सप्लाई के इंस्पेक्टर गुरजिंदर सिंह के बयानों पर गुलशन जैन, उसके दो बेटों तथा दो बहुओं के खिलाफ केस दर्ज कर ली है।जंडियाला पुलिस ने फूड सप्लाई के इंस्पेक्टर गुरजिंदर सिंह की शिकायत पर गुलशन जैन, उनके बेटी नितिन जैन (बेटा), नीतू (बहू) तथा सुधीर जैन (बेटा)-सोफिया जैन (बहू) के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। शिकायत में गुरजिंदर ने कहा कि उक्त आरोपियों को सरकार ने करोड़ों रुपयों की पेडी की फसल की शेलिंग करने के लिए दी हुई थी। लेकिन आरोपितों ने शोखाधड़ी और गबन करते हुए पंजाब सरकार को करोड़ों रुपयों का चूना लगा दिया। अभी तक की हुई जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपियों ने पेडी के 467 वैगन शैलिंग के लिए दिए थे, जिन्हें खुर्द-बुर्द कर दिया गया।जांच कर रहे पुलिस अधिकारी के मुताबिक गुलशन जैन ने 400 करोड़ रूपये के करीब घपला किया है.
इसके इलावा जंडयाला गुरु की अढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान रमेश चन्दर ने बताया किए गुलशन जैन ने आढ़तियों के भी लगभग 15 करोड़ रूपये देने थे. अभी वह सभी से बैठक कर यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं की आखिर कुल कितनी रकम थी जिसका भुगतान किये बिना ही वह यहाँ से गायब हो गया है.
आप को बता दें की इस मामले में सरकारी अनाज के हेरा फेरी की बता सामने आने के बाद फूड एंड सप्लाई विभाग के अतिरिक्त डायरेक्टर अमरजीत सिंह, मार्कफेड के एसपीई सुनील पुरी तथा पंजाब वेयरहाउस के डीजेएम अमनदीप सिंह के नेतृत्व वाली टीमों ने जांच शुरू की थी और पंजाब के मुख्य मंत्री के निर्देशों के बाद जिला फ़ूड सप्लाई अफसर समेत कई अन्य अफसरों को भी सस्पेंड कर दिया गया था