(पठानकोट/अजय सैनी)
पठानकोट के सिविल अस्पताल में चंद पैसों के लिए खून का गोरखधंधा करने वाले लोगों का ब्लड डोनर्स पठानकोट की टीम ने पर्दाफाश किया है।आपको बता दें की रक्तदान के क्षेत्र में आज का युवा वर्ग बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहा है।जिसका कुछ लोग खून का गोरखधंधा करके नजायज फायदा उठाते है।वहीं इस मौके पर ब्लड डोनर्स पठानकोट की टीम के अध्यक्ष कृष्ण मोहन ने 7सी न्यूज़ से बात करते हुए बताया की हमारी समूह टीम पिछले लंबे समय से इस गोरखधंधे का पर्दाफाश करने में लगी हुई थी।और हमें दो दिन पहले भी एक शिकायत मिली थी जिसको मद्देनजर रखते हुए टीम की ओर से फेक रिक्वेस्ट बनाई गई।जिसके तहत नकली अटेंडेंट बन कर शनिवार देर शाम पैसे लेने वाले व्यक्ति को फोन किया गया और उसे सिविल अस्पताल बुलाया गया।व्यक्ति ने सिविल अस्पताल आकर अस्पताल में खून की रिप्लेसमेंट दी और नकली अटेंडेंट बने व्यक्ति से 3500 रूपए ले लिए इसी दौरान टीम के अन्य सदस्य भी वहां मौजूद थे।और उन्होंने उसे पैसों के साथ रंगे हाथों पकड़ा है।उन्होंने बताया की यह व्यक्ति मोहल्ला काजीपुर का रहने वाला है। जो 3500 रुपए में खून बेचता था।उन्होंने बताया की इन लोगों के गिरोह की वजह से गरीब व्यक्ति अपनी जान गवां बैठता है।वहीं उन्होंने कहा की हमारे द्वारा पुलिस को सुचित कर इस व्यक्ति को पुलिस के हवाले कर दिया है।और आगे ब्लड डोनर्स टीम द्वारा सख्त कार्रवाई की मांग भी की गई है।अब यहां सोचने वाली बात यह है की इस तरह के लोगों के साथ सिविल अस्पताल के भी किसी कर्मी का हाथ हो सकता है। यह तो जाँच के बाद ही पता चल पाएगा।