पिछले दिनों पठानकोट के मलिकपुर कोर्ट कॉम्प्लेक्स के सामने स्थित लक्की ढाबे पर पठानचक के सरपंच गोपाल दास और उनके मित्र गांव पंगडी के सुरजीत कुमार खाना खाने के लिए आए थे।लेकिन जब वो खाना खा कर इस ढाबे से बाहर निकले तो बातो-बातो में वो अपना मोबाईल फोन ढाबे पर ही भूल गए इतना ही नहीं उन्हें तो यह भी याद नहीं रहा उनका मोबाईल फोन कहां छूट गया पता चला जब सुजानपुर किसान मोर्चा के चेयरमैन एवं लेबर यूनियन के प्रधान गोल्डी राणा ने उन्हें फ़ोन करके न केवल उनके फोन को अपने पास होने की जानकारी दी बल्कि उन्हें ढाबे पर बुला कर के उनका मोबाइल फोन भी उन्हें लौटा दिया।ईमानदारी की मिसाल बने गोल्डी राणा का भले ही सरपंच गोपाल दास व उनके मित्र ने उनका धन्यवाद किया हो परन्तु यह बात प्रशंसनीय है कि आज के इस दौर में यहां लोग चंद पैसों के लिए अपना ईमान गवां बैठते हैं वहीं दूसरी तरफ गोल्डी राणा जैसे ईमानदार लोग आज भी समाज के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बने हुए हैं।इस मौके पर उनके साथ लिक्की,बंटी,कृपाल चुहान,लोकेश ठाकुर,राकेश कुमार,नंद लाल,विनोद कुमार,विजय कुमार आदि उपस्थित थे।