पिछले दिनों पठानकोट के मॉडल टाऊन स्थित के.एफ.सी स्कुल के प्रिंसिपल वरिंदर कुमार द्वारा 7वीं कक्षा के छात्र मोहित के स्कुल में 10 मिनट की देरी से पहुंचने पर बेरहमी से पीटने का मामला सामने आया था।जिसके चलते प्रिंसिपल वरिंदर कुमार के खिलाफ छात्र की माता आशा पत्नी जोगिंदर पाल की तरफ से वार्ड पार्षद को साथ ले थाना डिवीजन नंबर-2 में शिकायत दर्ज करवाई थी।जिसमें इस मामले के बाद प्रिंसिपल वरिंदर कुमार 3 दिन स्कुल में ही नहीं पहुंचे और न ही पुलिस प्रशासन की तरफ से प्रिंसिपल वरिंदर कुमार के ऊपर कोई सख्ती से करवाई की गई।जिसे देखते हुए बच्चे के परिवारिक सदस्य एवं मोहल्ला वासियों द्वारा स्कुल के बाहर रोष प्रदर्शन किया गया।जिसके बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और प्रिंसिपल के ऊपर करवाई की।और वहीं आज बच्चे के हक में आई पंजाब निर्माण मजदूर यूनियन,पंजाब घरेलू मजदूर यूनियन एवं लाल झंडा मजदूर यूनियन के अगुओं की तरफ से स्कुल में एक बैठक का आयोजन किया गया।जिसमें यूनियनों के पदाधिकारी एवं मोहल्लावासियों के साथ-साथ थाना डिवीजन नंबर-2 के थाना प्रभारी रविंद्र सिंह भी अपनी पुलिस पार्टी के साथ मोके पर मौजूद रहे।इस मौके पर यूनियनों के पदाधिकारियों ने बोलते हुए कहा की बच्चे के साथ जो कुछ भी हुआ है वह एक दम गलत है। उन्होंने कहा की बच्चों को माता पिता घर से शिक्षओं के पास पड़ने के लिए भेजते है और यहां उनके साथ इतनी बेरहमी से पेश आना सरासर गलत है।जिस लेकर हम यहां पहुंचे हैं और स्कूल स्टाफ के सामने एवं मोहल्ला वासियों के सामने प्रिंसिपल द्वारा माफीनामा लिखवा लिया गया है।जिसमें प्रिंसिपल ने अपनी इस हुई गलती का अहसास किया है और यह कबूला है की भविष्य में वह किसी भी छात्र के साथ इस तरह से पेश नहीं आएंगे।
अपनी हर बात को सच साबित करने में लगे रहे प्रिंसिपल वरिंदर मोहन।
वहीं जब इस बारे में पत्रकारों की तरफ से प्रिंसिपल वरिंदर मोहन से पूछा गया की इतनी बेरहमी से बच्चे के साथ पेश क्यों आए थे आप तो उन्होंने कहा परिवारिक सदस्यों को गलतफैमी हो गयी है।मेरी तरफ से तो बस हल्का सा धक्का दिया गया था जिस वजह से उसे घसीट लग गई।और जब उनसे यह पूछा गया की छात्र के परिजनों का आरोप है की पहले भी 2 बार स्कुल के बच्चों के साथ इस तरह बेरहमी से आपके द्वारा पेश आया गया है।तो वह इस बात में भी अपने आप को सच्चा साबित करने में लगे रहे और कहते रहे की यह सब झूठ है उनके द्वारा ऐसा किसी भी छात्र के साथ नहीं किया गया।