मोहाली के फेस के 7 थाना मटोर में उस समय भारी हंगामा हो गया जब एक साथ कई किन्नरों ने थाने के आगे वाले रोड को जाम कर गाड़ियों को ऊपर चढ़ कर अपने कपड़े उतार दिए और नग्न अवस्था में लोगों के सामने पुलिस प्रशासन और मीडिया के खिलाफ नारेबाजी करने लगे किन्नरों का कहना था कि कई दिनों से उनके खिलाफ एक साजिश के तहत प्रशासन व पुलिस की तरफ से और मीडिया की सहयोग से उनको बदनाम करने की साज़िश रची जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक फेक वीडियो को न्यूज़ चैनलों पर सोशल मीडिया पर और प्रिंट मीडिया में दिखाया जा रहा है जिसके चलते उनकी इमेज को काफी धक्का लगा है। उनका कहना कि यह लोग वह है जो नकली किन्नर है और लोगों को डरा धमकाकर खराब करते हैं जबकि असली किन्नर जो है वह ऐसा कुछ नहीं करते हलाकि इनकी वजह से उनको बदनाम होना पड़ता है।
इसी मामले को लेकर आज जब किन्नर इकट्ठे होकर थाना माटौर में झूठी वीडियो बनाकर उन्हें बदनाम करने वालो और अखबारों में उन्हें लुटेरा कहने वाले पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर जब दरखास्त देने थाना माटौर आए पर थाना प्रभारी राजीव कुमार उन्हें शांत करवाने की जगह काफी देरी से थाने में पहुंचे जिससे किन्नर गुस्से से भड़क गए । इसके बाद किन्नरों ने थाने के गेट सामने वाली सड़क पर जाम करके लोगों की गाड़ियों के ऊपर चढ़कर काफी हंगामा किया। उसके बाद थाना प्रभारी राजीव कुमार मौके पर पहुंचे पर किन्नरों का गुस्सा शांत नही हुया। इसके बाद DSP City आलम विजय सिंह ने मौके पर पहुंच बड़ी मशक्कत के साथ उनको वहां से बुलाकर थाने में अंदर बिठाकर और उनकी बात सुनी और उन्हें शांत करवाया।
DSP City आलम विजय सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने किन्नरों को भरोसा दिया है कि यह वीडियो जिसने भी अपलोड की है इसके साथ छेड़छाड़ की गई है उसके खिलाफ बनती कार्रवाई जरूर करेंगे उन्होंने बताया कि साईबर सेल को वीडियो बनाने व अपलोड करने वालों के बारे में पता लगाने के लिए कहा गया है।
इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए किन्नरों ने कहा कि उन्हें अपनी जिंदगी जीने दिया जाए इस बात को लेकर वहां से गुजरने वाले लोगों में भारी दहशत का माहौल था किन्नरों ने गाड़ी के शीशे भी तोड़ दिए .
जिकरेखास है कि आज दुपिहर जब किन्नर चलती सड़क पर अर्ध नंगन हो कर लोगो की गाड़ियों पर चढ़ गए तो वहाँ से गुज़रने वाले लोग शर्म से पानी पानी हो गए। जब DSP ने मौके पर पहुंच न्याय दिलवाने और आरोपियों पर कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए तो तब जाकर किन्नरों का गुस्सा शांत हुआ।