किसानो द्वारा कर्जे के बोझ तले दबके खुदखुशिया करने का मामला रुकने का नाम नहीं ले रहा है जिसके चलते पंजाब के कई जिलों के किसान अब तक कर्जे के बोझ में दबकर आर्थिक मंदी के चलते ख़ुदकुशियो का रास्ता अपना कर अपनी जान गवा चुके है इसी तरह से किसानो द्वारा खुदखुशिया करने का सिलसिला लगातार अभी भी जारी है जिसके चलते जिला फिरोज़पुर के गांव मस्तके की बस्ती वली वाला के रहने वाले बलकार सिंह नाम के इक ओर 65 साल के किसान ने 13 लाख के कर्जे के चलते कोई जहरीली वस्तु निगल कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली है दरअसल मृतक किसान बलकार सिंह ने बेंको और आढ़तियों से कर्जा लिया हुआ था जिसके परिवारिक सदस्यों का कहना है की पैसे के लेनदेन को लेकर इक आढ़तिया उनको अक्सर ही तंग परेशान करते हुए धमकिया देता रहता था और उनकी जमीन को अपने नाम पर करवाने की बात करते उनपर अक्सर दबाव बनता रहता था
वही दूसरी तरफ थाना आरिफ के पुलिस ने खुदखुशी करने वाले किसान बलकार सिंह के शव को कब्जे में लेकर फिरोज़पुर के सिविल हस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया है जिसको पोस्टमार्टम के बाद किसान के परिवारिक सदस्यों को सौप दिया जायेगा l वही किसान की आत्महत्या मामले में आये जाँच अधिकारी एएसआई महेश सिंह का कहना था की मर्तक किसान बलकार सिंह पर 13 लाख का कर्जा था जिसने आढ़तियों और बेंको से पैसे पकडे थे l वही उन्होंने बताया की किसान ने एक आढ़तिये से 7 लाख रूपये कर्जा लिया था जिसके बदले उक्त आढ़तिया किसान और उसके परिवार को कर्ज चुकाने को लेकर धमकिया देता रहता था जिससे तंग परेशान होकर किसान ने जहरीली वस्तु खाके आत्महत्या कर ली l